माता जी का भजन | Mata ji ka Bhajan| Kirtan

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माता जी का भजन | Bhajan | gskidiary

(तर्ज: अम्बे तू है जगदम्बे काली...)


लक्ष्मी तू है वैभव दायिनी, गौरी सुंदर छवि वाली, 
तेरे आँचल की रहे सदा छाँव जी, 
ओ मैया रख लेना जग में मेरी लाज जी॥


दीनो की आधार है, तू ही जग की पालनहार। 2
तेरे बिना सब सूना माँ, जग में नहीं उद्धार॥
हरि मुख की तू मुस्कान निराली, करुणा बरसाने वाली,  
मेरी नैया तुम ही पार करो जी।  
ओ मैया रख लेना जग में मेरी लाज जी॥


लक्ष्मी घर में करे उजियारा, माँ गौरी सुख दें,  
तेरे चरणों में माँ सदा मिले, शुभता, शांति, नेह॥
सोने से भी तू उजियाली, मन को हर लेने वाली,  
शुद्ध भाव से जो पूजे जी।  
ओ मैया रख लेना जग में मेरी लाज जी॥


धन-धान्य की माँ अधिकारी, सौभाग्य की रखवाली,  
तेरी कृपा से खिलते जीवन, मिटती हर विपत्ति काली॥
तेरे नाम का दीया जलाली, हर मन में आशा पाली,  
सुख-समृद्धि मैया तू ही सँवारे जी।  
ओ मैया रख लेना जग में मेरी लाज जी॥


जिसने भी माँ तुझे पुकारा, छण में विपदा टाली।
गौरी-लक्ष्मी प्यारी माता, दुर्भाग्य मिटाने वाली॥
तेरे चरणों में शांति वाली, मोक्ष-दायिनी निराली,  
दे दो माँ हमको भी वरदान जी।  
ओ मैया रख लेना जग में मेरी लाज जी॥


लक्ष्मी तू है वैभव दायिनी, गौरी सुंदर छवि वाली, 
तेरे आँचल की रहे सदा छाँव जी, 
ओ मैया रख लेना जग में मेरी लाज जी॥

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