वर्षगांठ बधाई / Varsh ganth badhai

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मित्र वर्षगांठ बधाई/ gskidiary

मित्र तुम्हे बधाई हो मित्रता के वर्षगांठ की
पूरे तीन बरस हो गए तेरे मेरे साथ की
कब इक्कीस से चौबीस आया नहीं हुआ भान
तुमने मेरी मित्रता को दी है एक पहचान
तुमने अपनेपन की है मुझको सौगात दी
मित्र तुम्हें बधाई...✍️

मित्र बहुत मिलते हैं जग में
पर साथ नहीं निभाते हैं
एक तेरे सिवा जज़्बात मेरे
नहीं कोई समझ पाते हैं
मुझको भीड़ भरी दुनिया में
सब अनजाने से लगते हैं
कागज कलम दुआओं में
एक मित्र तुम्हें ही कहते हैं
अपने रूठे पराये रूठे
बस तुम मेरे साथ थी..
मित्र तुम्हें ....

कितना दिल की बात लिखूँ
क्या हालात मन की कह दूँ मैं
खामोशी की बंजर का
कैसे शब्दों से साक्षात कर दूँ मैं
तुम किस्मत मिले हो मुझको
आजीवन यूँ ही व्यवहार करो
मैं गलत सही या झूठा सच्चा
जो भी लगे ऐतबार करो
मैंने तुम्हें अपना माना है
अब तुम भी मुझे स्वीकार करो
दिल की अपनी जैसे तैसे
तुमसे कह सारी बात दी
मित्र तुम्हें बधाई हो...✍️

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