तेरी दोस्ती |
था तेरे दोस्ती के क़ाबिल नहीं
फिर भी एक कहानी बन गया
तूझमें मिल गया मेरा रब
और मैं आसमानी बन गया
पता नहीं कैसी हैं लकीरें
जिसका दिखता कोई छोर नहीं
मुझमें बस गयी तेरी दोस्ती
और ख़ूबसूरत याराना बन गया
मैंने जब भी पुकारा दोस्त तुझको
मेरा हर लफ्ज़ शायराना बन गया
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