एक दूजे के बिना हमारी दोस्ती नहीं पूरी।
जैसे रास्ते के बिना हो मंज़िल अधूरी।।
जिसके लिए तरसता ये सारा संसार है।
ईश्वर का दिया तू वो अनमोल उपहार है।।
नए कैलेंडर के साथ उन्नति हो तुम्हारी।
मेरे दोस्त के लिए दिल से प्रार्थना है हमारी।।
जब तलक सूरज में बाकी रोशनी रहे।
सलामत इस जहाँ में अपनी दोस्ती रहे।।
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