Hindi Shayari- हिंदी शायरी

Hindi Shayari | gskidiary


जुदाई 

कैसे बहलायें क्या समझाएं इस ग़मगीन दिल को।
"गुरु" जुदाई सी जुदाई है, ये सफ़र आसां नहीं होता।।

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